पक्षी जो उड़ नही सकता
बाल कविता
पक्षियों की ऐसी अनेक
प्रजातीय भी है जो जमीन पर दोड सकने में पूर्णत: समर्थ है, उड़ने में नही | फिर भी
वे पक्षी की श्रेणी में ही आते है |
शुतुरमुर्ग: शुतुरमुर्ग संसार के सबसे विशाल जीवित
पक्षियों में से एक है | इनका वजन सामान्यतः 150 किलोग्राम से भी अधिक हो सकता है
तथा ऊंचाई लगभग 3 मीटर होती है | नर शुतुरमुर्ग की पूंछ सफ़ेद एंव गर्दन काली होती
है जबकि मादाओ की अपेक्षाक्रत छोटी एंव भूरे रंग की होती है |
शुतुरमुर्ग की दो अनोखी
आदते है | पहली आदत के मुताबिक वह व्यर्थ वस्तुओं को निगल जाते है | व्यर्थ
वस्तुओं में लोहे के टुकड़े, बोतलों की टोपीयां तथा इसी प्रकार की वस्तुए हो सकती
है | रेगिस्तानि ऊंट की तरह वह भी कुछ दिनों तक बिना पानी के भी संतुष्ट रह सकते
है | इसी गुण के करण इसे ऊंट पक्षी भी कहा गया है |
यह प्रति घंटा 40 कि. मी.
की रफ्तार से दोड सकने में समर्थ है | इसकी टंगे भी ऊंट की ही तरह होने के करण यह
लंबा होता है | दूसरी विशेषत काफी दिलचस्प है | इनके घोसले रेगिस्तानि बालू में
आती साधारण होते है, जिसमे बहुत सी मादाएं एक ही घोसले में अपने अंडे देती है |
रात्री पहर में नर अन्डो को सेवता है | वेसे अंडे काफी बड़े होते है जिनका वजन 2
किलो ग्राम तक होता है |
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