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Tuesday 3 April 2018

क्या पडूं मैं ? hindi kahani 2018


क्या पडूं में ?
बाल कविता

मम्मी कहती कला-वाणिज्य पड़ो,
पापा कहते पड़ने को विज्ञानं |
अस्सी प्रतिशतअंक से पास किया,
मैने दसवी कक्षा का इम्तिहान |
समझ न आता | में क्या करूं ?
विषय को लेकर भटकता है ध्यान |
यार-दोस्त का कहना कुछ ऐसे,
पड़ो वही जो लगे तुम्हे आसान |
बुरी नही पुराने शिक्षको की बाते,
अच्छी शिक्षा वही, दे जो मुस्कान |
अड़ोसी-पडोसी की तो बात ही निराली,
बांटते वो बिन मांगे ही अपने ज्ञान |
आप सबसे मेरी विनती यही है,
बच्चो को ऐसे करे न परेशान |

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