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संजीव रघुवंशी नीलम के सहयोगियों ने उसे समझाया था, कक्षा 6 वी में रमण नाम का
लड़का भुत शैतान हैं, वह टीचर्स को भी परेशान करता हैं I यह नीलम का पेला जॉब था I
जब उसने कक्षा में प्रवेश किया तो वहां हंगामा हो रहा था I
एक बड़ा लड़का दुसरे लड़के
की गर्दन मरोड़ने की कोशिस कर रहा था वह जरुर रमण होगा नीलम ने दोनों लडको को अलग
करते हुए कहा, इसे अकेला छोड़ दो, क्लास लड़ने की जगह नही है ?
फिर अपना परीचे देते
हुए उसने कहा, मैं नीलम हूँ, तुम्हारी नई गणित टीचर I गणित में क्या है –बस जोड़ना,
घटना, भाग देना और गुणा करना I क्या आप सब यह जानते हैं ?
एक छात्र ने कहा I यस मैंम, यह हमने पिछली क्लास में पड़ा है I
नीलम ने उन्हें सवाल करने को दिए I सभी छात्र सवाल करने लगे,सिवाय रमण के I वह
कागज पर किसी महिला की तस्वीर बना रहा था I बड़ी-बड़ी आँखे, पतली नाक I
नीलम ने कहा,
यह तो सुन्दर तस्वीर है I रमण तुम वास्तव में अच्छे आर्टिस्ट हो I यह किस की
तस्वीर है ?
मेरी माँ की, उसने भरी मन से जवाब दिया I तुन्हारी माँ सुन्दर है, तुम उन से
बहुत प्यार करते होI
नहीं, मैं उससे नफरत करता हूँ ?
क्यों ?
इस क्रूर संसार में वह मुझे अकेला छोड़कर चली गई I यह कहते हुए रमण का गला भर
आया I नीलम ने उस से कहा, यह बहुत सुन्दर तस्वीर है, क्या तुम मुझे यह दोगे ?
उसने
हामी भरी और नीलम ने तस्वीर को लेकर अपने बैग में रख लिया और कहा, अब तुम सवाल
करो, क्या तुम करना जानते हो ?
यस मैंम, मेरी माँ ने मुझे सिखाये थे, लेकिन मेरे पास किताब नही है I नीलम ने
उसे किताब दी I रमण ने सभी सवाल सही किये I नीलम को vkPJ;Z हुआ ? बाद में नीलम को मालूम हुआ की दुसरे लड़के
ने रमण के पिता को शराबी कहा था, इसलिए वह उससे लड रहा था I
तभी एक लड़की ने शिकायत
की कि उसका लंचबोक्स किसी ने चुरा लिया है सभी ने रमण की और इशारा किया, उसने अपनी
गलती मानते हुए कहा, मैं भूखा था, मेरी सोतेली माँ मुझे लंच नही देती है, अगर मैं
पिताजी से पैसे मंगू तो वह मुझे शैतान बच्चा, कहकर इंकार कर देते है नीलम को उसके
लिए अफ़सोस हुआ और उसने रमण के लिए रोजाना लंच की व्यवस्ता कर दी अब रमण मन लगाकर
पड़ने लगा I
एक दिन वह फिर तस्वीर बना रहा था, इस बार वह नीलम की थी I
जब नीलम ने
उस से कहा की क्या वह उससे भी नफरत करता है I तो उसने कहा, नही, बस मुझे मेरी माँ
की तरह छोड़कर मत जाना I अब रमण शैतान बच्चा नही रहा था I
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