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Tuesday 17 April 2018

पेट भर गया hindi kahani 20108


पेट भर गया

बाल कहानी


दिन भर काम करने के बाद एक व्यक्ति थका हारा केरल के मलाप्पुरम के एक छोटे से होटल में रात का भोजन करने के लिए पहुंचा, उसने अपना आर्डर दिया और खाना प्रोसे जाने की प्रतीक्षा करने लगा |
उसका आर्डर आने वाला ही था की उसने देखा की होटल के बहार खिड़की के शिषे के पीछे से दो छोटी-छोटी आँखे, इच्छा भरी निगाहों से विभिन्न टेबलों पर परोसे जा रहे फ़ूड को देख रही है | खिड़की के पीछे कूड़ा बीनने वाला एक लड़का खड़ा था |
व्यक्ति ने उस छोटे लड़के को होटल के भीतर बुला लिया | वह छोटा लड़का अपनी बहन के साथ अन्दर आ गया | व्यक्ति ने उनसे मालूम किया की वह क्या खाना चाहेंगे ?
अब तक व्यक्ति की अपने व्दारा आर्डर की गई थाली टेबल पर आ चुकी थी | छोटे लड़के ने उसी थाली की तरफ इशारा किया की वह वही खाना चाहता है |
व्यक्ति ने दो थाली और आर्डर क्र दी-एक छोटे लड़के के लिए और एक उसकी बहन के लिए | दोनों थालियां भी जल्द आ गई | छोटा लड़का अपने उत्साह को काबू में नही रख पा रहा था या उसे बहुत भूख लगी हुई थी | वह खाने के लिए हाथ बड़ाने वाला ही था की उसकी बहन ने उसे रोक दिया | छोटा लड़का समझ गया की भोजन करने से पहले उन दोनों को अपने-अपने हाथ धो लेने चाहिए |
छोटा लड़का व उसकी बहन हाथ धोकर लोटे और भोजन करने लगे | व्यक्ति उन दोनों को देखता रहा, उसकी अपनी थाली वेसे ही राखी थी | बच्चो ने खामोशी से अपना भोजन कर लिया, इस बिच वह एक दुसरे से न बोल रहे थे और न मुस्कुरा रहे थे | जब बच्चो ने अपना भोजन क्र लिया तो वह उठे, हाथ धोये, व्यक्ति का शुक्रिया अदा किया और होटल से बाहर चले गये |
बच्चो के जाने के बाद व्यक्ति ने स्वंय भोजन करना शुरू किया | लेकिन भोजन करने से पहले ही ऐसा महसूस हो रहा था जेसे उसका पेट भर चूका है | नेक कार्य करने के बाद यह एहसास शायद स्वाभाविक तोरपर ही आ जाता है | बहरहाल, उसने अपना भोजन समाप्त किया और वेटर से कहा की वह बिल लाये |
इससे पहले की वेटर बिल लाता व्यक्ति अपने हाथ धोने के लिए चला गया | हाथ धोकर जब वह लोटा तो टेबल पर बिल रखा हुआ था, जिसे देखकर उसकी आँखों से आंसू टपकने लगे, जिन्हें वह अब तक रोकने का प्रयास कर रहा था | बिल में पेसे लिखे ही नही थे, बस एक संदेश था |
व्यक्ति संदेश पड़ने लगा-हमारे पास ऐसी कोई मशीन नही है जो मानवता का दाम लगाकर उसका बिल बना सके | खुदा आपके साथ भी वेसी ही भलाई करे जेसी आप दुसरो के साथ करते है | धन्यवाद |

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